गया :-
नमो तस्स अट्ठरिय पुग्गला महा भिक्खु संघस्स।
[तथागत बुद्ध के दस प्रमुख भिक्खु ]
1. धम्म सेनापति - भिक्खु सारिपुत्र:
सारिपुत्र - इनका जन्म राजगीर के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बुद्ध के उपदेशो से प्रभावित हो वे बौद्ध धम्म में प्रव्रजित हुए। इन्हे बुद्ध धम्म के सेनापति की उपाधि भी गई दी
थी। यह धम्म के विशेषज्ञ थे। कार्तिक पूर्णिमा के दिन इनका महापरिनिर्वाण हुआ। ऐसा कहा जाता है की धम्म सेनापति अपनी माता को बुद्ध धम्म में प्रव्रजित करने अपने जन्म स्थान
नालका गांव गए थे। वह अपनी माता को बुद्ध धम्म में प्रव्रजित करने में सफल हुए थे। उन्होंने बुद्ध के कुछ समय पहले महापरिनिर्वाण प्राप्त किया। उनके धातु अवशेष ले कर चुन्द
बुद्ध के पास श्रावस्ती आए थे। मगध नरेश अजातशत्रु सारिपुत्र के पवित्र शरीर धातु ले गए और उन्होंने इस पर स्तूप बनवाया। बाद में सम्राट अशोक ने इसे साँची के स्तूप में रखवाया।
वर्तमान में अक्तुबर महिने के हर आखरी रविवार को आप इनके दर्शन साँची में कर सकते है।
2. भिक्खु महा मौद्गाल्यायन :
महा मौद्गल्यायन (ई पू 527) भगवान बुद्ध के ८० प्रधान शिष्यों में सारिपुत्र और महा मौद्गल्यायन का स्थान अग्र था। सारिपुत्र का परिनिर्वाण कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। उसके
दो सप्ताह बाद ही महा मौद्गल्यायन का परिनिर्वाण हुआ। कार्तिक अमावश्या की रात राजगीर में उनकी हत्या कर दी गई । उनके ये अवशेष श्रीलंका पहुँच गए थे, जो अब वहाँ से लाकर पुन:
साँची की उसी प्राचीन पहाड़ी पर प्रतिष्ठित कर दिए गए हैं। सम्राट अशोक ने इसे साँची के स्तूप में रखवाया। अक्तुबर माह के हर आखरी रविवार को आप उनके धातु दर्शन कर सकते है।
3. भिक्खु महाकश्यप:
कपिल नाम के ब्राह्मण और उनकी पत्नी सुमनदेवी के पुत्र के रूप में मगध के महातीर्थ या महापिट्ठा नामक गाँव में पैदा हुए थे। वे धनवान और प्रतिष्ठित माता पिता की संतान थे। अपने
माता पिता की मृत्यु के बाद कुछ समय तक उन्होंने अपनी पत्नी के साथ अपने मातापिता की धन-दौलत को सम्भाला, लेकिन कुछ समय बाद उन दोनों ने भिक्षु बनने का फैसला लिया। उन्होंने अपनी
संपूर्ण दौलत भगवान बुद्ध के चरणों में रखकर भिक्षु बनना स्वीकार किया। भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के छह माह बाद बौद्ध संघ की जो पहली संगीति सप्तपर्णि गुहा में आयोजित की
गई थी, उसके सभापति के रूप में महाकश्यप को ही चुना गया था। महाकश्यप बुद्ध के एकमात्र ऐसे भिक्खु थे, जिनके साथ भगवान बुद्ध ने चीवर का आदान प्रदान किया था।
4 . भिक्खु सुभूति:
यह अनाथपिंडक के छोटे भाई थे। सुभुती उस भिक्खु के रूप में प्रसिद्ध है जो उपहार के सबसे अधिक योग्य थे क्योंकि वे प्रेम और करुणा को अपने अंदर समा चुके थे।
5. भिक्खु पूर्ण:
महाराष्ट्र के प्रथम भिक्खु कहे जाने वाले "भिक्खु पूर्ण" का जन्म सुप्पारक (वर्तमान नाला सोपारा, मुंबई) नाम के बंदरगाह में हुआ था। "भिक्खु पूर्ण" के पिता दूर दूर तक
व्यापार के लिए जाया करते थे। इस कारण भिक्खु पूर्ण को अपना पारंपरिक व्यवसाय करना पड़ा और एक बार वे श्रावस्ती भी गए और यहाँ भगवान बुद्ध के उपदेशो से प्रभावित हो कर बुद्ध धम्म
में प्रव्रजित हो बौद्ध भिक्खु बन गए। और इस कारण बुद्ध धम्म महाराष्ट्र पंहुचा। केवल बुद्ध धम्म ही नहीं पंहुचा भगवान बुद्ध भी महाराष्ट्र आए थे।
आज यह सुप्पारक नाम का बंदरगाह सोपारा या नाला सोपारा नाम से जाना जाता है,जो मुम्बई के पास मौजूद है और मुम्बई से करीब ५८ किलोमीटर दूर है। सोपारा गाँव में सम्राट अशोक द्वारा
ईसा पूर्व तीसरी सदी में निर्मित स्तूप आज अवशेष के रूप में है।
6. भिक्खु महाकच्चान:
'महाकच्चान' का जन्म उज्जयिनी (उज्जैन) में हुआ था और वेदों का अध्ययन करते हुए एक शास्त्रीय ब्राह्मणिक शिक्षा प्राप्त की थी। महाकच्चान पालि भाषा के व्याकरण तथा बुद्ध
भगवान के दस शिष्यों में से एक परम ऋद्धिमान शिष्य थे।
7. भिक्खु अनुरुद्ध:
भिक्खु अनुरुद्ध - यह गौतम बुद्ध के चचेरे भाई थे। अनुरुद्ध दिव्यचक्षु सिद्धि के धनी थे। अनुरुद्ध ने वज्जी राज्य में एक सौ पंद्रह साल की उम्र में वेलुवगाँव नाम के स्थान पर एक
बांस के पेड़ के नीचे परिनिर्वाण प्राप्त किया।
8. भिक्खु उपाली:
भिक्खु उपाली बुद्ध धम्म में प्रव्रजित होने से पहले नाई का काम करते थे। वे शूद्र जाति से थे। वे विनयधर थे। बुद्ध ने जाति प्रथा को मानने से इंकार करते हुए उन्हें अपने प्रमुख
शिष्यों में जगह दी और उन का स्थान कई ऐसे भिक्खुओं से ऊपर था जो राजकुमार हुआ करते थे। पहली धम्म संगति में इन्होने विनय पिटक के सभी सुत्तों का संकलन किया था।
9. भिक्खु राहुल:
भिक्खु राहुल तथागत के पुत्र थे। वे केवल ७ साल के थे तब तथागत ने उन्हें प्रव्रजित किया था। भिक्खु राहुल बुद्ध धम्म के पहले श्रामणेर भिक्खु थे।
10. भिक्खु आनंद:
भिक्खु आनंद बुद्ध के चेचेरे भाई थे। वे अपनी तीव्र स्मृति, बहुश्रुतता तथा देशनाकुशलता के लिए सारे भिक्खु संघ में अग्रगण्य थे। वे २५ साल तक बुद्ध के उपस्थाक रहे। पहली धम्म
संगिति में उनकी अध्यक्षता में सुत्त पिटक का गठन हुआ। वे १२० साल तक जीवित रहे।
कुछ और बुद्ध समकालीन भिक्खु और भिक्खुणियां थे जैसे :-
भदन्त गया काश्यप, ज्ञान कौण्डिन्य, अस्सजि, वप्प, महानाम, भद्रिय, यशोदेव, विमल, गवाम्पति, उरुवेल काश्यप, नदी काश्यप, कफिल, चुन्द, मैत्रायणीपुत्र, नन्दक, कप्पिन, रेवत, खदिरवनिक,
महापारणिक, वक्कुल, नन्द, चित्ता, देवदत्त, सिवलि, महाप्रजापती गौतमी, पिण्डोला भारद्वाज, पटाचारा, समावती, उप्पलवन्ना, सुंदरी, धम्मदिन्ना, वेलुकंदकिया, विशाखा, आम्रपाली, भद्दा
कपिलानी, यशोधरा।
नमो तस्स अट्ठरिय पुग्गला महा भिक्खु संघस्स।
नमो बुद्धाय🙏🙏🙏
Latest NEWS of Your Profile Location |
Latest VIDEO NEWS of Your Profile Location |
POPULAR NEWS of Your Profile Location |
NAGARNAUSA (0), | NAGARNAUSA (0), | NAGARNAUSA (0), |
1.गांव में आया था प्रेमिका से मिलने गांव वालों ने पकड़ कर करवा दी शादी VIEW ,
2.नमो तस्स अट्ठरिय पुग्गला महा भिक्खु संघस्स..... तथागत बुद्ध के दस प्रमुख भिक्खु VIEW , 3.UGC ने कहा- SC/ST और OBC अभ्यर्थी न मिलने पर सामान्य श्रेणी से भरे जाएं खाली पद VIEW , 4.गया के अतरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाते ही गिर गया मंच, JDU के पूर्व सांसद समेत कई लोग घायल VIEW ,
1.बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत जिलाधिकारी, नालंदा द्वारा द्वितीय अपील से संबंधित 20 मामलों की सुनवाई की गई । VIEW ,
2.कांग्रेस का बड़ा आरोप / मुस्लिम आरक्षण की मांग को लेकर दिया गया शाह का बयान बेबुनिया : नाना पटोले VIEW , 3.छोटी दीपावली पूजन अंजनी कुमार पासवान ने बिहार वासियों को VIEW , 4.अखिल भारतीय दुसाध उत्थान परिषद जिला ईकाई कोर कमिटी अरवल की समीक्षा बैठक हुई। VIEW , 5.जीवनशैली / प्यार की गहराई बताता है चुम्बन VIEW , 6.बिहार वालों की बल्ले-बल्ले, पटना से दिल्ली के लिए चलेगी वंदे भारत; जानें किराया-टाइमिंग VIEW , 7.पूर्व विधायक माननीय धूमन सिंह जनता मंदिर से सारण जाने वाली बदहाल सड़क को त्वरित कराई मरम्मत VIEW , 8.करंट से हुई बंदर की मौत; सदमे में बंदरिया ने दे दी जान! अनोखा प्यार… VIEW , 9.हरनौत में स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया गया VIEW , 10.गांव में आया था प्रेमिका से मिलने गांव वालों ने पकड़ कर करवा दी शादी VIEW , 11.2 सितंबर 2024 को श्री शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी, नालंदा की अध्यक्षता में जिला एवं अनुमंडल स्तरीय (तकनीकी एवं गैर तकनीकी ) पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर लोगों की समस्या को निस्पादन किया। VIEW , 12.आज दिनांक 2 सितंबर 2024 को श्री शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी, नालंदा की अध्यक्षता में जिला एवं अनुमंडल स्तरीय ( तकनीकी एवं गैर तकनीकी ) पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई । VIEW , 13.दुसाध जातियों को रहा आजादी कराने में हाथ. VIEW , 14.दिनांक 10 अगस्त2024 को पटना में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की एक समीक्षक बैठक हुई जिसमें पूरे प्रदेश के नेता और जिला के सभी जिला अध्यक्ष मौजूद रहे और किसने की समस्याओं को पर बातचीत हुआ VIEW , 15.निरीक्षण के क्रम में बी0पी0आर0ओ0, सी0डी0पी0ओ, आई0टी0 सहायक सहित कई पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी एवम कर्मी अनुपस्थित पाए गए। VIEW , 16. नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के अनुमंडल हिलसा में प्राइवेट हॉस्पिटल का आतंक बढ़ता ही जा रहा है और आमजनता की मजबूरी का लाभ हॉस्पिटल संचालक उठा रहे हैं और अनाप VIEW , 17.क्रमानुसार अगले अध्ययन में हम सभी जानेंगे की...."इसके उपरांत दुसाध समुदाय और दुसाध सेना धीरे-धीरे ब्रिटिश सरकार के विरोधी और कट्टर दुश्मन भी बन गए। VIEW , 18.आज दिनांक 12 जुलाई 2024 को श्री शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी एवं श्री अशोक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक नालंदा की संयुक्त अध्यक्षता में हरदेव भवन सभागार में आगामी मुहर्रम पर्व के अवसर पर नालंदा जिलान्तर्गत शांति VIEW , 19.भारत की न्याय संहिता में बदलाव के निकलेंगे दूरगामी सकारात्मक परिणाम VIEW , 20.लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास कार्यकर्ताओं की बैठक सह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन सहरसा में VIEW , |
|
1.गया के अतरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाते ही गिर गया मंच, JDU के पूर्व सांसद समेत कई लोग घायल VIEW (3945) ,
2.UGC ने कहा- SC/ST और OBC अभ्यर्थी न मिलने पर सामान्य श्रेणी से भरे जाएं खाली पद VIEW (3514) , 3.नमो तस्स अट्ठरिय पुग्गला महा भिक्खु संघस्स..... तथागत बुद्ध के दस प्रमुख भिक्खु VIEW (3247) , 4.गांव में आया था प्रेमिका से मिलने गांव वालों ने पकड़ कर करवा दी शादी VIEW (743) ,
1.बिहार को मिलेगा विशेष राज्य का दर्जा ! नीति आयोग से नीतीश सरकार करेगी बड़ी मांग, जानिए क्या है तैयारी VIEW (221875) ,
2.मध्याह्न भोजन में छात्रों को परोसा गया छिपकली मरा हुआ जहरीला भोजन, 35 से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती VIEW (218386) , 3. Sahebganj,Bihar: सीवान से मोतिहारी जा रही कार के इंजन से निकली शराब; पुलिस ने वाहन समेत जब्त की, दो लोग गिरफ्तार VIEW (218155) , 4.ऑर्केस्ट्रा में अहिरान का गाना बजाने को लेकर जमकर चले लात-घूंसे, लाठी और कुर्सियां, कई लोग हुए घायल VIEW (218018) , 5.गंगा दशहरा पर सम्पूर्ण देशवाशियों को शुभकामनायें VIEW (217709) , 6.पटना के पारस हॉस्पिटल में फर्जी डॉक्टर कर रहा था तीन साल से नौकरी, खुलासे से मचा हड़कंप VIEW (217082) , 7.बिहार में रेलवे परिचालन में आंशिक तौर पर रूट में बदलाव VIEW (215711) , 8.रात में घर से किशोरी को उठा कर ले गए और दरिंदों ने किया गैंगरेप, जहर देकर की मारने की कोशिश VIEW (215543) , 9.An Appeal Of A singer : गोली लगने से घायल भोजपुरी गायिका ने राज्य सरकार से लगाई गुहार, कहा - हर्ष फायरिंग पर तत्काल लगाएं लगाम गोली लगने से घायल भोजपुरी गायिका ने राज्य सरकार से लगाई गुहार, कहा - हर्ष VIEW (214585) , 10.हर्ष फायरिंग में दो लोगों को लगी गोली, सूचना के बाद पुलिस ने आरोपी को जेल में डाला VIEW (214117) , 11.सीएम नीतीश ने बिहार मौसम सेवा केंद्र का किया शुभारंभ, मौसम पूर्वानुमान की मिलेगी सटीक जानकारी VIEW (212924) , 12.चिराग पासवान का दावा बिहार और बिहारियों के विरोध में उतर गए हैं सीएम नीतीश, बताया कैसे राज्य के हितों की हो रही अनदेखी VIEW (212573) , 13.महावीर कैंसर संस्थान में 18 साल तक के मरीजों का होगा नि:शुल्क इलाज, 5.50 करोड़ रूपये होंगे खर्च VIEW (211882) , 14.*मशरक के मनीष भारद्वाज यूपीएससी में लहराया परचम , लाया 114 वा रैंक , सांसद- विधायक ने दी शुभकामना* VIEW (210622) , 15.पूरा कटिहार गंगा नदी में समा जाएगा ! इलाके में तेज कटाव से लोग परेशान, घर छोड़ने को मजबूर VIEW (210349) , 16.बिहार के सबसे बड़े अस्पताल की भवन जर्जर, पीएमसीएच में छत का एक हिस्सा भड़भड़ाया, हादसे का शिकार हुई नर्स VIEW (210246) , 17.Mocha Cyclone : उड़ती हुई आई मौत और देखते ही देखते कट गया गला; बिहार में ऐसी भी मौतें VIEW (209995) , 18.पटना: बारिश से शहर में जगह-जगह जलजमाव, शहर हुआ बदहाल, कहीं गिरे पेड़ तो कहीं उड़ गए पुलिस की बैरक VIEW (209862) , 19.नवगछिया नारायणपुर भागलपुर में भीषण सड़क दुर्घटना VIEW (206820) , 20.UCP Bihar News: पटना के इस अपार्टमेंट में चल रहा था जाली नोटों का धंधा, 1.5 लाख नकली नोटों का बंडल बरामद VIEW (206554) , |
All right reserved. Copyrights 2020 by: www.UcpDevelopers.com and by www.UcpVoiceNews.com